राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में की शिरकत, मेधावी छात्रों को किया सम्मानित
रमेश गोयत
चंडीगढ़/बठिंडा, 11 मार्च – भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू पंजाब), बठिंडा के दशम दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस समारोह में 1,091 पीजी और पीएचडी डिग्रियाँ वितरित की गईं, जबकि 43 स्वर्ण पदक मेधावी छात्रों को प्रदान किए गए। इसके साथ ही पाँच प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मानद उपाधियाँ (डी.लिट.) से सम्मानित किया गया।
गौरवशाली क्षण: मेधावियों को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. जगबीर सिंह और कुलपति प्रो. राघवेन्द्र पी. तिवारी ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डीयां विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और स्वर्ण पदक विजेताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह केवल एक उपलब्धि नहीं, बल्कि नए सफर की शुरुआत है। उन्होंने छात्रों को नवाचार, नैतिकता और सतत सीखने पर जोर देने के लिए प्रेरित किया।
राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के प्रो. राज कुमार की उपलब्धि की भी सराहना की, जिन्हें कैंसर अनुसंधान में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रपति भवन में 'विज़िटर अवार्ड' से सम्मानित किया गया था।
'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को साकार कर रहा सीयू पंजाब
राष्ट्रपति मुर्मु ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि सीयू पंजाब एक बहुसांस्कृतिक शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है, जहाँ भारत के विभिन्न राज्यों और 20 अन्य देशों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने इसे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करने वाला बताया।
उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और नवाचार के प्रति समर्पण की सराहना की। साथ ही, डायस्पोरा और माइग्रेशन विषयों पर विशेष अध्ययन को प्राथमिकता देने के लिए विश्वविद्यालय की पहल की तारीफ की।
महिला सशक्तिकरण: 65% स्वर्ण पदक महिला छात्रों के नाम
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं की भागीदारी उच्च शिक्षा में लगातार बढ़ रही है। इस वर्ष के 43 स्वर्ण पदकों में से 65% महिला छात्रों को मिले, जो महिला सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
सीयू पंजाब की उपलब्धियाँ और भविष्य की दिशा
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने सीयू पंजाब के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र तिवारी के नेतृत्व की सराहना करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियाँ गिनाईं:
✔ NAAC A+ मान्यता
✔ NIRF 2024 में विश्वविद्यालय श्रेणी में 83वां स्थान
✔ फार्मेसी श्रेणी में 23वां स्थान
✔ राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता में विजेता
उन्होंने विश्वास जताया कि सीयू पंजाब पंजाब को एक प्रमुख शिक्षा केंद्र के रूप में और मजबूत करेगा।
मानद उपाधियाँ: प्रतिष्ठित हस्तियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर निम्नलिखित पाँच प्रतिष्ठित व्यक्तियों को डी.लिट. (मानद उपाधि) प्रदान की गई:
1️⃣ पद्म भूषण प्रो. सरदारा सिंह जौहल – प्रख्यात कृषि अर्थशास्त्री
2️⃣ पद्म भूषण अनुपम खेर – प्रसिद्ध अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता
3️⃣ फुंचोक स्टोबदन – प्रख्यात बौद्ध विद्वान
4️⃣ प्रो. करम तेज सिंह सराओ – शिक्षाविद् और सामाजिक विकास विशेषज्ञ
5️⃣ पद्म भूषण आचार्य बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत) – प्रख्यात अर्थशास्त्री एवं प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष
पंजाब की संस्कृति की झलक
दीक्षांत समारोह में फुलकारी दुपट्टे पहने संकाय सदस्यों और पारंपरिक सफेद कुर्ता-पायजामा व सलवार-कमीज में सजे शिक्षकों ने पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत किया।
समारोह के अंत में कुलसचिव डॉ. विजय शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →