म्यांमार में 7.7 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप, 1000 से अधिक मौतें, भारत ने शुरू किया 'ऑपरेशन ब्रह्मा'
नेपीडॉ, 29 मार्च: म्यांमार में 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। सैकड़ों इमारतें ध्वस्त हो गईं, हजारों लोग बेघर हो गए, और अब तक 1000 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 1500 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जबकि अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
तीन बार आया भूकंप, बढ़ती जा रही तबाही
शुक्रवार देर रात को भूकंप के झटकों के बाद 4.2 तीव्रता का आफ्टरशॉक आया, जिससे और ज्यादा नुकसान हुआ। शनिवार दोपहर 2:50 बजे म्यांमार में 4.7 तीव्रता का एक और झटका महसूस किया गया, जिससे दहशत और बढ़ गई।
सैन्य शासन ने 6 क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया
म्यांमार के सैन्य शासन ने इस विनाशकारी आपदा के बाद छह क्षेत्रों में आपातकाल लागू कर दिया है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। अमेरिकी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि मरने वालों की संख्या 10,000 से अधिक हो सकती है, क्योंकि कई इलाके अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं।
भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ, 'ऑपरेशन ब्रह्मा' शुरू
म्यांमार को इस संकट से उबारने के लिए भारत ने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' लॉन्च किया है। भारतीय वायुसेना के विमान ने 15 टन से अधिक राहत सामग्री यांगून पहुंचाई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 80 सदस्यीय टीम को नेपीडॉ भेजा गया है, जो बचाव एवं राहत कार्यों में सहायता करेगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि भारत हर संभव मदद के लिए तैयार है। "भारत मानवीय सहायता में हमेशा आगे रहेगा। हमने म्यांमार में अपने मित्रों की मदद के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत राहत भेजी है। बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीम भी वहां तैनात की गई है।"
भूकंप से कैसे निपट रहा म्यांमार?
-
बचाव कार्य जारी: रेस्क्यू टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं।
-
आवासीय सुविधाएं ध्वस्त: हजारों लोग बेघर हो चुके हैं और अस्थायी राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
-
संचार और बिजली सेवाएं बाधित: भूकंप से कई इलाकों में टेलीफोन और बिजली व्यवस्था ठप हो गई है।
-
अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील: म्यांमार की सरकार ने अन्य देशों से मदद की अपील की है।
भविष्य में और झटकों की संभावना
भूकंप विज्ञानियों ने चेतावनी दी है कि म्यांमार में अगले कुछ दिनों तक आफ्टरशॉक्स का खतरा बना रहेगा। ऐसे में प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
यह भूकंप म्यांमार के इतिहास की सबसे बड़ी आपदाओं में से एक बन सकता है। भारत और अन्य देश मदद के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन तबाही की तस्वीरें यह दिखाती हैं कि राहत कार्यों के बावजूद चुनौती अभी भी बहुत बड़ी है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →