28 मार्च को खत्म हुए हरियाणा के बजट सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने दी जानकारी
-114 फीसदी रही कार्य उत्पादकता, रिकॉर्ड 86.50 फीसदी तारांकित प्रश्नों पर सदन में चर्चा
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 29 मार्च। 15वीं हरियाणा विधान सभा का पहला बजट सत्र कार्य उत्पादकता और अनुशासन की अमिट छाप छोड़ते हुए संपन्न हो गया। इस सत्र के दौरान 58 घंटे 18 मिनट कार्यवाही चली, जिसकी कार्य उत्पादकता 114 फीसदी रही। 7 मार्च से शुरू हुए इस सत्र के दौरान 12 दिनों में 13 बैठकें हुईं। कुल 18 विधेयक पारित किए गए। विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने शनिवार को सेक्टर 3 स्थित हरियाणा निवास में प्रेस वार्ता कर पत्रकारों के साथ आंकड़े साझा किए।
विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने बताया कि बजट सत्र के दौरान रिकॉर्ड 86.50 फीसदी तारांकित प्रश्नों पर सदन में चर्चा हुई। 10 प्रश्नकाल में 200 प्रश्न शामिल किए गए थे, इनमें से 173 के जवाब हाउस में दिए गए। काफी समय के बाद से यह सबसे अच्छा रिकॉर्ड है। विधान सभा सचिवालय को 61 सदस्यों से 435 प्रश्न मिले थे, 335 एडमिट हुए। इनमें भाजपा के 26, कांग्रेस के 31, इनेलो के 2 तथा 2 निर्दलीय विधायकों ने प्रश्न भेजे।
इस दौरान राज्यपाल अभिभाषण पर 5 बैठकों में 11 घंटे 33 मिनट लंबी तक चर्चा हुई। इसमें 46 सदस्यों ने भाग लिया। 2 घंटे 56 मिनट मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जवाब दिया। सीएम समेत भाजपा के 24 सदस्य 7 घंटे 2 मिनट बोले, कांग्रेस के 20 सदस्य 4 घंटे 9 मिनट, इनेलो के 2 सदस्यों ने 22 मिनट तक अपनी बात रखी।
इसी प्रकार 11 घंटे 57 मिनट बजट पर चर्चा हुई। इसमें से 8 घंटे 26 मिनट तक 46 सदस्य बोले, 3 घंटे 31 मिनट वित्त मंत्री का जवाब। इसमें भाजपा के 22 सदस्य 426 मिनट बोले, कांग्रेस के 21 सदस्य 257 मिनट तक बोले, इनेलो के 2 सदस्य 19 मिनट और निर्दलीय 2 सदस्य 15 मिनट तक बोले।
सत्र के दौरान कुल 6 बैठकों में शून्यकाल रहा, जिसकी कार्यवाही 5 घंटे 58 मिनट तक चली। इसमें 66 सदस्यों ने भाग लिया। इनमें भाजपा के 29 सदस्य को 160 मिनट मिले। कांग्रेस के 33 सदस्य 175 मिनट, इनेलो के 2 सदस्य 12 मिनट तथा निर्दलीय 2 सदस्य 11 मिनट तक इसमें भाग लिया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान विधान सभा सचिवालय को 54 ध्यानाकर्षण सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिनमें से 19 स्वीकृत की गई। एक गैर सरकारी प्रस्ताव पर भी विधान सभा में चर्चा हुई। अल्प अवधि चर्चा के लिए 3 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, तीनों ही स्वीकृत किए गए। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें गर्व है कि इस दौरान हरियाणा को अपना राज्य गीत भी मिला, जिसे सदन में सुनाया गया। सभी दलों की तरफ से सकारात्मक चर्चा के बाद इसे सदन ने स्वीकृत किया। हरियाणा राज्य गीत के गायन के तौर तरीके तय करने के लिए समिति गठित करेंगे। विस अध्यक्ष ने बताया कि इस सत्र में दर्शक दीर्घाओं में 2212 दर्शकों ने सदन की कार्यवाही देखी।
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