गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश, स्वच्छता मानकों के अनुरूप शहर में सफाई व्यवस्था की जाए सुनिश्चित
जन सेवाओं को प्रदान करने में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई - मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में सुनी जनसमस्याएं
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 12 दिसंबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि शहर में स्वच्छता मानकों के अनुरूप सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जनता को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। शहर में स्वच्छता की तरफ़ विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि गुरुग्राम को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि अगले माह की बैठक के दौरान वे स्वयं स्वच्छता का निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जन सेवाओं के लिए गंभीर है। सभी विभागों के अधिकारी फील्ड में रहकर उनके विभाग की सेवाएं जनता को मुहैया करवाना सुनिश्चित करें। जन सुविधाओं के प्रति अधिकारियों का ढुलमुल रवैया बदार्शत नहीं किया जाएगा। आम नागरिकों से किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कुल 23 परिवाद रखे गए, इनमें से 19 का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। शेष परिवाद अगली बैठक के लिए आरक्षित कर अधिकारियों को स्टेटस रिपोर्ट साथ लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, विधायक श्रीमती बिमला चौधरी, श्री मुकेश शर्मा, श्री तेजपाल तंवर सहित विभिन्न उच्चाधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने सभी एसटीपी के शोधित जल की गुणवत्ता पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि स्वच्छ वातावरण के लिए एसटीपी के शोधित पानी की गुणवत्ता नियमित रूप से चेक की जाए। साथ ही, अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ट्रीटमेंट के बाद लैब में पानी की जांच के पश्चात ही उसे कृषि कार्य के लिए किसानों को दिया जाए।
*परिवादों पर गंभीरता से कार्य करें अधिकारी*
बैठक में गांव सराय अलावर्दी में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कुछ लोगों द्वारा कब्जा किये जाने की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने नगर निगम के अधिकारियों को आदेश दिए कि तुरंत प्रभाव से सभी प्रकार के अवैध कब्जे हटाकर भूमि खाली करवाई जाए। इस भूमि पर सामुदायिक भवन का निर्माण करवाया जाए, ताकि लोगों को सार्वजनिक समारोहों के आयोजन के लिए बेहतर सुविधा मिल सके।
लेजर वैली में म्यूजिकल फाउंटेन व अवैध विज्ञापन सामग्री से संबंधित शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लेजर वैली के आसपास सार्वजनिक लाइटें, सीसीटीवी कैमरे व म्यूजिकल फाउंटेन संबंधी सभी समस्याओं का निराकरण करें। इसके अलावा, उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में यूनिपोल व बस स्टॉप आदि पर विज्ञापन होर्डिंग लगवाने के लिए एक नई पॉलिसी तैयार करें, जिससे निगम को राजस्व का घाटा न उठाना पड़े। विज्ञापन साइटों की निविदाएं आमंत्रित की जानी चाहिए।
गांव जाटौला में 100-100 वर्ग गज के प्लाट से संबंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी यह ध्यान रखें कि जरूरतमंद व्यक्ति को हर हाल में सरकारी योजना का लाभ मिले। गांव सिलोखरा में मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करने का मामला भी मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित थाना क्षेत्र के एसएचओ की भूमिका की जांच के आदेश दिए और पुलिस आयुक्त को संबंधित एसएचओ को वहां से हटाने के भी निर्देश दिए।
इसी प्रकार, मुख्यमंत्री ने न्यू ग्वाल पहाड़ी में चौपाल निर्माण के अधूरे पड़े कार्य, गांव सिकंदरपुर घोसी में जलापूर्ति के लिए बूस्टर लगाने, गांव पथरेडी में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्होंने निर्धारित परिवादों के अलावा आम समस्याओं को भी सुना।
*गुरुग्राम में बढ़ती आबादी के अनुरूप सीवरेज लाइन डालने के दिए आदेश*
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों से प्राप्त सीवरेज की समस्याओं की सुनवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बढ़ती आबादी की मांग के अनुरूप सीवरेज लाइन की व्यवस्था की जाए, ताकि पानी की निकासी समुचित ढंग से हो सके। किसी भी क्षेत्र में नई सीवरेज लाइन डालते समय रिवाइज्ड प्लान तैयार करें। इसके लिए संबंधित आरडब्ल्यूए व स्थानीय लोगों से भी परामर्श करें।
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