UGC NET New Rules 2025: असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के नियम बदले; पढ़ें डिटेल्स
बाबूशाही ब्यूरो
नई दिल्ली, 24 जनवरी 2025: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने हाल ही में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए नए नियम प्रस्तावित किए हैं। ये नए नियम शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने जा रहे हैं। UGC NET परीक्षा 2025 3 से 16 जनवरी 2025 तक आयोजित की जा रही है।
इन नियमों के तहत मास्टर डिग्री धारकों को बड़ा फायदा मिलने वाला है। यूजीसी ने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) की अनिवार्यता को हटाने का प्रस्ताव दिया है, जो अब तक असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए जरूरी था।
यह कदम भारत के उच्च शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। इससे न केवल शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव आएगा, बल्कि युवा प्रतिभाओं को शिक्षण क्षेत्र में आने का एक नया अवसर भी मिलेगा। यूजीसी का यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य भारत की शिक्षा प्रणाली को अधिक लचीला और समावेशी बनाना है।
असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए नई योग्यताएं
यूजीसी ने असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए नई योग्यताएं प्रस्तावित की हैं। इन नये नियमों के तहत:
55% अंकों के साथ एमई या एमटेक में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री वाले उम्मीदवार सीधे सहायक प्रोफेसर के पद के लिए पात्र होंगे।
ग्रेजुएशन में 75% अंक और पोस्ट ग्रेजुएशन में 55% अंक प्राप्त करने वाले पीएचडी धारक भी इस पद के लिए पात्र होंगे।
पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री धारक जिन्होंने NET, SLET/SET या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की है, वे भी पात्र होंगे।
नेट की अनिवार्यता खत्म
नए नियमों का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि नेट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। यह कदम उन उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा अवसर है जो नेट बाधाओं के कारण अब तक शिक्षण क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सके थे। हालाँकि, NET अभी भी वैकल्पिक योग्यता के रूप में मान्य होगा।
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