RTI से खुलासा: चंडीगढ़ में जन्म, मृत्यु और अंतिम संस्कार के आंकड़ों में बड़ा अंतर!
आरके गर्ग ने प्रशासन से मांगी जानकारी, चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 12 मार्च। चंडीगढ़ के समाजसेवी और आरटीआई एक्टिविस्ट आरके गर्ग द्वारा दायर सूचना के अधिकार (आरटीआई) आवेदन के जवाब में चंडीगढ़ नगर निगम ने 2021 से 2024 तक के जन्म, मृत्यु और अंतिम संस्कार के आंकड़े जारी किए हैं। ये आंकड़े प्रशासन के लिए कई सवाल खड़े कर रहे हैं, खासकर अंतिम संस्कार के मामलों में दिख रहे भारी अंतर को लेकर।
जन्म और मृत्यु का आंकड़ा
आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार, चार वर्षों में कुल 1,04,125 बच्चों का जन्म हुआ, जबकि 85,451 लोगों की मृत्यु हुई। कुल जन्म: पुरुष: 54,165 व महिला: 49,960। कुल मृत्यु: पुरुष: 54,005 व महिला: 31,446।
इससे स्पष्ट होता है कि पुरुषों की मृत्यु दर महिलाओं की तुलना में अधिक है, लेकिन महिलाओं की कुल संख्या में वृद्धि हुई है।
साल-दर-साल जन्म और मृत्यु के आंकड़े
-
2021:
- जन्म: 22,390
- मृत्यु: 21,761
-
2022:
- जन्म: 25,198
- मृत्यु: 20,718
-
2023:
- जन्म: 27,136
- मृत्यु: 20,748
-
2024:
- जन्म: 27,401
- मृत्यु: 22,224
यह आंकड़े दिखाते हैं कि जन्म दर लगातार बढ़ रही है, जबकि मृत्यु दर में उतार-चढ़ाव देखा गया है।
अंतिम संस्कार के आंकड़ों में बड़ा अंतर
आरटीआई से यह भी पता चला कि मृत्यु के मुकाबले अंतिम संस्कार (क्रीमेशन) की संख्या बहुत कम है।
- कुल मृत्यु: 85,451
- कुल अंतिम संस्कार: 33,662
इसका मतलब यह है कि लगभग 50,000 से अधिक लोगों का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ के बाहर हुआ।
साल-दर-साल क्रीमेशन के आंकड़े
- 2021: 9,969
- 2022: 7,986
- 2023: 7,685
- 2024: 8,022
क्यों हो रहा है ऐसा?
- क्या चंडीगढ़ के निवासी अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार किसी अन्य शहर में करवा रहे हैं?
- क्या बाहरी राज्यों के लोग चंडीगढ़ में इलाज के लिए आते हैं और उनकी मृत्यु के बाद शव उनके गृह राज्य ले जाया जाता है?
- क्या प्रशासन को चंडीगढ़ में श्मशान घाटों की संख्या और सुविधाओं पर ध्यान देने की जरूरत है?
आरके गर्ग का प्रशासन से आग्रह
आरके गर्ग का कहना है कि इस डेटा का विश्लेषण करके प्रशासन को गहराई से जांच करनी चाहिए। खासकर महिलाओं की संख्या में वृद्धि और पुरुषों की घटती संख्या पर प्रशासन को अध्ययन करना चाहिए। साथ ही, क्रीमेशन की कम संख्या पर भी प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए और जरूरी कदम उठाने चाहिए।
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