चंडीगढ़ में हाई-फाई लूट: गूगल पे से जबरन ट्रांसफर कराए 44 हजार, सोने की अंगूठी और चेन भी छीनी
सुरक्षा पर सवाल, अपराधी बेखौफ—क्या चंडीगढ़ सुरक्षित है?
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 12 मार्च : चंडीगढ़ में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। कभी अपनी कड़ी सुरक्षा के लिए पहचाने जाने वाले इस शहर में अब खुलेआम लूटपाट और हमले हो रहे हैं। ताजा मामला सेक्टर-22ए का है, जहां पांच अज्ञात बदमाशों ने दिनदहाड़े एक व्यक्ति को घेरकर उसकी पिटाई की और गूगल पे के जरिए 44,000 रुपये ट्रांसफर करवा लिए। यही नहीं, लुटेरों ने उसकी सोने की अंगूठी और चेन भी छीन ली।
पीड़ित की पहचान बलविंदर सिंह (36 वर्ष), निवासी ग्रीन वेली, मुंडी खरड़, मोहाली (पंजाब) के रूप में हुई है। घटना 11 मार्च की रात की बताई जा रही है।
कैसे हुई वारदात?
बलविंदर सिंह के अनुसार, वे अपने किसी काम से सेक्टर-22ए गए थे। रात करीब 9:30 बजे, जब वह अपने वाहन की ओर बढ़ रहे थे, तभी पांच युवकों ने उन्हें घेर लिया।
हमलावरों ने पहले तो बहस शुरू की, फिर अचानक उन पर हमला कर दिया। पीड़ित को धक्का देकर गिरा दिया गया। मुक्कों और लातों से पीटते हुए जबरन उसका फोन छीना।अपराधियों ने बलविंदर सिंह से कहा कि अगर जान बचानी है तो मोबाइल से गूगल पे के जरिए पैसे ट्रांसफर कर दे। पीड़ित को मजबूर कर उन्होंने 44,000 रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। जाने से पहले, उन्होंने बलविंदर की सोने की चेन और अंगूठी भी उतार ली और फरार हो गए।
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
घटना के बाद, पीड़ित बलविंदर सिंह किसी तरह पुलिस स्टेशन-17 पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत पर धारा 310(2) और 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारी क्या कह रहे हैं?
पुलिस के मुताबिक,
इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। गूगल पे ट्रांजेक्शन की डीटेल निकाली जा रही है, जिससे अपराधियों के बैंक अकाउंट और उनके ठिकाने का पता लगाया जा सके।क्राइम ब्रांच की विशेष टीम को जांच में लगाया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "यह एक सुनियोजित अपराध लगता है। अपराधी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लूट को अंजाम दे रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।"
चंडीगढ़ में क्यों बढ़ रहे हैं ऐसे अपराध?
चंडीगढ़, जो अपनी सुरक्षा और अनुशासित माहौल के लिए जाना जाता था, अब अपराधियों के निशाने पर आ रहा है।
हाल ही में चोरी, लूट और स्नैचिंग के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। गूगल पे और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को जबरदस्ती इस्तेमाल करने की घटनाएं बढ़ी हैं। नशे और गैंगस्टर कल्चर का प्रभाव भी इस तरह के अपराधों को बढ़ावा दे रहा है। अपराधी अब सीसीटीवी कैमरों से बचने के नए तरीके अपना रहे हैं।
लोगों में डर, प्रशासन से जवाब मांग रहे नागरिक
घटना के बाद सेक्टर-22 और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रात में अब घर से निकलने में डर लगने लगा है।
एक दुकानदार ने बताया, "यह इलाका पहले बहुत सुरक्षित था, लेकिन अब लूटपाट और चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं। पुलिस को गश्त बढ़ानी चाहिए।"
सोशल मीडिया पर भी लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा:
"चंडीगढ़ अब सुरक्षित नहीं रहा! अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं, और पुलिस सो रही है। कब तक ऐसे ही लूटते रहेंगे लोग?"
क्या करें ताकि आप सुरक्षित रहें?
इस तरह की वारदातों से बचने के लिए कुछ सावधानियां जरूरी हैं:
अकेले सुनसान जगहों पर न जाएं।
ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स पर सिक्योरिटी लॉक लगाएं। अगर कोई जबरन पैसा ट्रांसफर करवा रहा है, तो तुरंत बैंक को कॉल कर ट्रांजेक्शन ब्लॉक करवाएं। किसी भी अनजान व्यक्ति से फोन या पर्स छिनने न दें, तुरंत विरोध करें और शोर मचाएं।रात में पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर गश्त बढ़ाने की मांग करें। अब देखने वाली बात होगी कि क्या पुलिस हाई-टेक अपराधियों को पकड़ने में कामयाब हो पाती है या नहीं?
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