चंडीगढ़ नगर निगम की लापरवाही उजागर, कमिश्नर ने की औचक जांच
कमिश्नर की सख्ती के बाद अधिकारियों में हड़कंप, जेई सस्पेंड, एक्सईएन व एसडीओ को नोटिस
चीफ इंजीनियर खुद एसई व एक्शन की लेकर निरीक्षण पर उतरे
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 20 मार्च : चंडीगढ़ नगर निगम में लापरवाही और रखरखाव की खामियों को लेकर नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने गुरुवार को औचक निरीक्षण किया, जिससे कई खामियां उजागर हुईं। इस सख्त कार्रवाई के बाद निगम के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
कैसे सामने आई लापरवाही?
गुरुवार को नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, सेक्टर-17 स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय गए थे। वहां पार्किंग व्यवस्था का हाल देखकर वे हैरान रह गए। न सिर्फ पार्किंग की निगरानी में लापरवाही दिखी, बल्कि वहां तैनात आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने भी उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया। जब कमिश्नर ने कर्मचारियों से पार्किंग व्यवस्था और शुल्क को लेकर सवाल किए, तो उन्हें सही जवाब तक नहीं दिया गया।
कमिश्नर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए:
- क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर (जेई) मनोज कुमार को सस्पेंड कर दिया।
- संबंधित कार्यकारी अभियंता (एक्सईएन) अनुराग बिश्नोई और उप मंडल अभियंता (एसडीई) अखिल धीमान को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
- तीन दिनों के भीतर जवाब न देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
अधिकारियों में मचा हड़कंप, चीफ इंजीनियर खुद उतरे निरीक्षण पर
कमिश्नर की इस कड़ी कार्रवाई के बाद शुक्रवार को चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में एक टीम ने शहर की अन्य पार्किंगों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम के सड़क विभाग के अधिकारी भी पार्किंग की खामियों को सुधारने में जुटे नजर आए।
पार्किंग कर्मचारियों की दिक्कतें भी आईं सामने
इस निरीक्षण के दौरान पार्किंग में तैनात आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने भी अपनी परेशानियां गिनाईं।
- कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है।
- पार्किंग शुल्क नियमों का पालन सही तरीके से नहीं हो रहा है।
- निगरानी के अभाव में वाहन बिना जांच के आ-जा रहे हैं, जिससे नगर निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है।
नगर निगम की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
यह मामला उजागर होने के बाद नगर निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। पार्किंग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर अनदेखी से न केवल नगर निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि लोगों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।
- निगमायुक्त ने साफ कर दिया है कि शहर में पार्किंग से जुड़े सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
- अगले कुछ दिनों में अन्य सार्वजनिक पार्किंग स्थलों की भी जांच की जाएगी।
- अगर और भी गड़बड़ियां पाई जाती हैं, तो अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
निगमायुक्त का बयान
आयुक्त अमित कुमार ने कहा,
"नगर निगम की किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्किंग में अनियमितताओं को तुरंत सुधारा जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनता की सुरक्षा और सुविधा हमारी प्राथमिकता है।"
निगरानी और सुधार के निर्देश
- अब से हर पार्किंग स्थल पर नियमित निरीक्षण किया जाएगा।
- नगर निगम कर्मचारियों और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की जिम्मेदारियां तय की जाएंगी।
- पार्किंग शुल्क का सही तरीके से कलेक्शन और मॉनिटरिंग होगी।
नगर निगम की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि प्रशासन अब किसी भी तरह की लापरवाही को नजरअंदाज नहीं करेगा। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह सख्ती सिर्फ एक दिन की होगी या फिर शहर की पार्किंग व्यवस्था को लंबे समय तक सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे? अब सबकी निगाहें नगर निगम की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।
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