होलिका दहन 2025: जानें शुभ मुहूर्त, विशेष उपाय और सावधानियां
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 12 मार्च। होली का पर्व रंगों और उल्लास का प्रतीक है, लेकिन इससे पहले होलिका दहन का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है, जो इस बार गुरुवार, 13 मार्च 2025 को होगा।
ज्योतिषाचार्य डॉ. राजकुमार के अनुसार, पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को रात 10:35 बजे शुरू होगी और 14 मार्च को दोपहर 12:24 बजे समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि भद्रा काल के कारण होलिका दहन रात 11:30 बजे के बाद किया जाना शुभ रहेगा।
होलिका दहन पर विशेष उपाय
होलिका दहन की रात को कुछ विशेष उपाय करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।
1. मनोकामना पूर्ति के लिए
होलिका दहन के समय तीन गोमती चक्र हाथ में लेकर अपनी मनोकामना 21 बार मानसिक रूप से दोहराएं।
इसके बाद इन गोमती चक्रों को होलिका की अग्नि में अर्पित करें और प्रणाम कर घर लौट जाएं।
मान्यता है कि ऐसा करने से इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
2. कर्ज से मुक्ति के लिए
होलिका दहन से पहले होलिका जलने वाले स्थान पर एक छोटा गड्ढा खोदें।
इसमें चांदी, तांबा और लोहा की छोटी मात्रा रखकर मिट्टी से ढक दें।
इसके ऊपर रोली या रक्त चंदन से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं।
होलिका पूजन के दौरान पान के पत्ते पर कपूर, हवन सामग्री, घी में डुबोया लौंग का जोड़ा और दो बताशे रखें।
दूसरे पान के पत्ते से इसे ढककर दोनों हाथों में लेकर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करते हुए 7 बार परिक्रमा करें।
पूजन के बाद सामग्री होलिका में अर्पित करें।
अगले दिन गड्ढे से धातुएं निकालकर इनका छल्ला बनवाएं और शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को धारण करें।
इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और कर्ज से मुक्ति मिलती है।
होलिका दहन पर विशेष सावधानियां
होलिका दहन की रात को तंत्र साधना के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन टोने-टोटकों से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।
द्वेष रखने वाले व्यक्ति से कोई वस्तु न लें, विशेष रूप से खाने-पीने की चीजें, जैसे पान, इलायची या लौंग।
सिर ढककर रखें, क्योंकि टोने-टोटके का असर सिर के जरिए सबसे जल्दी होता है।
किसी अंजान व्यक्ति से खाने की चीजें न लें और सफेद खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
अपने पहने हुए कपड़े या रुमाल किसी को न दें, क्योंकि तंत्र क्रियाओं में कपड़ों का उपयोग किया जाता है।
चौराहों या सड़कों पर रखी किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं, न ही उसे लांघें।
अगर किसी को टोना-टोटका करते देखें तो उसे टोकें नहीं और उस दिशा में इशारा भी न करें।
पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में काले तिल बांधकर रखें और रात को जलती होलिका में डाल दें।
इससे अगर पहले से कोई नकारात्मक ऊर्जा या टोना-टोटका हुआ होगा, तो उसका प्रभाव समाप्त हो जाएगा।
होलिका दहन नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने का पर्व है। अगर सही विधि से पूजन और उपाय किए जाएं तो मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही, टोने-टोटकों से बचाव के लिए सावधानियां बरतना भी जरूरी है।
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