हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू, नमक-लोटा अभियान होगा साप्ताहिक: ओ.पी. सिंह
• हरियाणा पुलिस ने नशे के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा, सभी नार्कोटिक्स यूनिट को निर्देश जारी।
• एनडीपीएस नोडल अधिकारियों को नशे का राज्यव्यापी डेटाबेस तैयार करने के निर्देश।
• नशा मुक्त हरियाणा के लिए जन आंदोलन की जरूरत, गांवों तक पहुंचेगी पुलिस।
रमेश गोयत
चंडीगढ/पंचकूला, 26 मार्च। हरियाणा को नशा मुक्त बनाने और नशा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस महानिदेशक (एनसीबी) ओ.पी. सिंह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। यह बैठक हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन, सेक्टर 6, पंचकूला में हुई, जिसमें एनडीपीएस नोडल अधिकारियों और एनसीबी के जिला प्रभारी अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए।
बैठक में पुलिस महानिदेशक ओ. पी. सिंह ने कहा कि नशे को खत्म करने के लिए जन आंदोलन की जरूरत है। उन्होंने सभी जिलों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि PIT NDPS (नारकोटिक्स एंड ड्रग्स प्रिवेंशन एक्ट) के तहत आदतन नशा तस्करों की नजरबंदी, संपत्ति जब्ती और बड़े स्तर पर रिकवरी अभियान चलाया जाएगा।
हर सप्ताह होगा ‘नमक-लोटा’ अभियान, जनता को जागरूक किया जाएगा
मीटिंग में ‘नमक-लोटा’ अभियान को साप्ताहिक रूप से चलाने का निर्णय लिया गया। इस अभियान के तहत ग्रामीण और शहरी इलाकों में लोग गंगाजल और नमक लेकर नशा न करने और दूसरों को रोकने की शपथ लेंगे। यह अभियान तेजी से प्रभावी हो रहा है और गांव-गांव में इसकी पहुंच बढ़ाने की योजना है।
एनसीबी प्रमुख ओ. पी. सिंह ने बताया कि अभियान के तहत नशा तस्करों और उपभोक्ताओं की पहचान कर उन्हें समाज के सामने लाया जाएगा और बताया जाएगा कि नशे से उन्हें, उनके परिवार और समाज को कितना नुकसान हो रहा है।
सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर नशे के खिलाफ लामबंद करेगी सरकार
राज्य सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाई जा रही योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें जन जागरूकता अभियान, नशा मुक्ति केंद्रों का संचालन और तस्करों पर सख्त कार्रवाई शामिल है। नशा मुक्ति केंद्रों को सिविल अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में विस्तारित किया जा रहा है।
पुलिस विभाग ने सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों को इस अभियान से जोड़ने का फैसला किया है। इसके तहत गांवों में जाकर वास्तविक स्थिति का आंकलन किया जाएगा और नशे से पीड़ित लोगों को सरकारी सहायता मुहैया कराई जाएगी।
नशे का डिजिटल डेटा तैयार होगा, फार्मा कंपनियों के साथ बैठकें होंगी
हरियाणा पुलिस नशे और उसके उपयोग का डिजिटल डेटाबेस तैयार करेगी। इसके लिए ‘साथी’ और ‘प्रयास’ नामक मोबाइल ऐप लॉन्च किए गए हैं। ‘साथी’ ऐप सभी केमिस्ट स्टोर्स पर नजर रखेगा, जबकि ‘प्रयास’ ऐप नशा पीड़ितों और तस्करों की जानकारी एकत्रित करेगा।
इसके अलावा, फार्मा कंपनियों के साथ बैठकें कर फार्मा और सिंथेटिक ड्रग्स की आपूर्ति की निगरानी बढ़ाई जाएगी। बैठक में हरियाणा एनसीबी के एसपी मोहित हांडा, डीएसपी जगबीर सिंह, सतेंद्र कुमार, गजेन्द्र कुमार और जिला न्यायवादी महिपाल सिंह सांगवान सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
नशा मुक्त हरियाणा के लिए जन भागीदारी जरूरी
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि नशे के खिलाफ यह लड़ाई सिर्फ पुलिस की नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। समुदायों, युवाओं और सरकारी एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी से ही यह अभियान सफल होगा।
हरियाणा पुलिस ने जनता से 9050891508 एंटी-ड्रग हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देने की अपील की है। अब वक्त आ गया है कि हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के लिए सभी लोग एकजुट हों और इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करें।
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