संसद प्रश्न: सरकार 2025-26 में 200 डे केयर कैंसर सेंटर खोलेगी, तीन साल में पूरे जिला अस्पतालों को कवर करने की योजना: सांसद अरोड़ा
लुधियाना, : गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपी-एनसीडी) के तहत, 770 जिला एनसीडी क्लीनिक, 233 कार्डियक केयर यूनिट, 372 जिला डे केयर सेंटर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 6,410 एनसीडी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं।
यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने राज्यसभा के चल रहे सत्र में लुधियाना से सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा द्वारा पूछे गए 'ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर देखभाल की सुलभता' पर एक प्रश्न के उत्तर में कही है।
आज यहां यह जानकारी देते हुए सांसद अरोड़ा ने बताया कि मंत्री ने अपने उत्तर में आगे बताया कि इसके अलावा, देश के विभिन्न भागों में एडवांस्ड कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए 19 स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूटस (एससीआई) और 20 टेरटिअरी कैंसर केयर सेंटर्स (टीसीसीसी) स्थापित किए गए हैं। साथ ही, सभी 22 नए एम्स में डायग्नोस्टिक, मेडिकल और सर्जिकल सुविधाओं के साथ कैंसर उपचार सुविधाओं को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, हरियाणा के झज्जर में 1,460 रोगी देखभाल बेड के साथ राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई) और कोलकाता में 460 बेड के साथ चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का दूसरा परिसर एडवांस्ड डायग्नोस्टिक और उपचार सुविधाएं प्रदान करता है।
इसके अलावा, देश भर में कीमोथेरेपी प्रदान करने वाले 372 जिला डे केयर सेंटर हैं। नेशनल प्रोग्राम फॉर पॉलिएटिव केयर (एनपीपीसी) के तहत जिला स्तर पर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी), इन पेशेंट डिपार्टमेंट (आईपीडी), रेफरल, होम बेस्ड पॉलिएटिव केयर जैसी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत, टाटा मेमोरियल सेंटर की ग्रामीण/अर्ध-शहरी स्थानों में दो इकाइयाँ/अस्पताल हैं - पंजाब के संगरूर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और बिहार के मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) में, स्तन, मौखिक और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर सहित कैंसर से संबंधित उपचार 200 से अधिक पैकेजों के तहत प्रदान किया जाता है, जिसमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य लाभ पैकेज (एचबीपी) मास्टर में मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी और पैलिएटिव मेडिसिन की 500 से अधिक प्रक्रियाएँ शामिल हैं। इनमें से 37 पैकेज विशेष रूप से कैंसर देखभाल के लिए लक्षित उपचारों से संबंधित हैं।
पीएमजेएवाई के तहत 13,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 68 लाख से अधिक कैंसर उपचार किए गए हैं। केंद्रीय स्तर पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 75.81% उपचार ग्रामीण क्षेत्रों के लाभार्थियों द्वारा प्राप्त किए गए।
कैंसर देखभाल के लिए लक्षित उपचारों के संबंध में, कैंसर देखभाल के लक्षित उपचारों के लिए 985 करोड़ रुपये से अधिक के 4.5 लाख से अधिक उपचार किए गए हैं। इनमें से 76.32% का लाभ ग्रामीण लाभार्थियों ने पीएम-जेएवाई के तहत उठाया।
गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले और कैंसर से पीड़ित गरीब मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य मंत्री के कैंसर रोगी कोष (एचएमसीपीएफ) के तहत 15 लाख रुपये तक की एकमुश्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, जन औषधि स्टोर के माध्यम से ब्रांडेड दवाओं की तुलना में कैंसर की दवाओं सहित गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं 50% से 80% सस्ती दरों पर उपलब्ध कराई जाती हैं और 217 अमृत फार्मेसियों के माध्यम से, 289 ऑन्कोलॉजी दवाएं बाजार मूल्य से 50% तक की महत्वपूर्ण छूट पर दी जाती हैं।
मंत्री ने अपने उत्तर में आगे बताया कि 2025-26 में जिला अस्पतालों में 200 डे केयर कैंसर सेंटर (डीसीसीसी) खोलने और अगले तीन वर्षों में शेष जिला अस्पतालों को डीसीसीसी से परिपूर्ण करने की बजट घोषणा इस वर्ष की गई है।
केके
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