Himachal Budget Session: स्वास्थ्य की हालत पर विपिन परमार ने घेरी सरकार; बीबीएन में बनने वाली दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 25 मार्च 2025: प्रदेश विधानसभा में सोमवार को कटौती प्रस्तावों पर चर्चा हुई। स्वास्थ्य क्षेत्र पर विधायक विपिन परमार ने कटौती प्रस्ताव लाया। अभी इस पर मंगलवार को सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री जवाब देंगे।
कटौती प्रस्ताव पर चर्चा लाते हुए विपिन सिंह परमार ने कहा कि हिमाचल सरकार ने दवा कंपनियों को दवाइयों या उपकरणों के 400 करोड़ रुपए चुकता नहीं किए हैं, जिसके चलते मेडिकल कॉलेज में जो दवाइयां आती हैं, उन्हें भी वेंडर्ज ने देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीबीएन में जो दवाइयां बन रही हैं, उन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
डॉक्टर भी कह रहे हैं कि बीबीएन की दवाइयों को न लें, ये सेहत के लिए खतरनाक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हिमकेयर योजना को शुरू करवाए।
रोबोटिक सर्जरी शुरू नहीं
विधायक सुखराम चौधरी ने कहा कि सवा दो साल में पूरे हिमाचल के स्वास्थ्य की हालत कैसी है यह चर्चा का विषय है। मेडिकल कॉलेज नाहन का काम दो साल से बंद है। इसका कारण क्या है, यह स्वास्थ्य मंत्री बताएं। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब अस्पताल खुद बीमार पड़ा है, जहां मरीजों को उपचार नहीं मिल पाता क्योंकि यहां पर पर्याप्त स्टाफ ही नहीं है।
विधायक हंसराज ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी अभी तक यूरोप के देशों में भी शुरू नहीं हुई है। अगर हमें बजट के भाषणों में पन्ने बढ़ाना है, तो कुछ भी कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि चंबा जिला को स्वास्थ्य क्षेत्र में मजबूत करना बेहद जरूरी है, ताकि यहां से लोगों को अच्छा उपचार मिल सके। उन्होंने सरकार से मांग की कि तीसा अस्पताल की हालत ठीक की जाए। (SBP)
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