चंडीगढ़ के प्रशासक ने पुलिस की समीक्षा बैठक की, कानून व्यवस्था पर दिए कड़े निर्देश
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 25 मार्च: पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने मंगलवार को यूटी चंडीगढ़ पुलिस की सभी इकाइयों के कामकाज की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अपराध जांच, यातायात प्रबंधन, साइबर अपराध, मादक पदार्थों की तस्करी और सामुदायिक पुलिसिंग से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा की।
बैठक में यूटी चंडीगढ़ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव ने प्रत्येक पुलिस इकाई के प्रदर्शन, चुनौतियों और उपलब्धियों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन चालान में वृद्धि और यातायात नियमों के सख्त अनुपालन से दुर्घटनाओं में कमी आई है।
साइबर अपराध और नारकोटिक्स पर विशेष चर्चा
बैठक में साइबर अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर भी अहम चर्चा हुई।
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चंडीगढ़ पुलिस ने देश में सर्वश्रेष्ठ औसत समय 06.18 मिनट में आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध कराने की उपलब्धि हासिल की है।
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नशे के खिलाफ कठोर कार्रवाई के तहत पीआईटीएनडीपीएस (PITNDPS) के तहत मामले दर्ज किए जा रहे हैं और अवैध संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है।
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प्रशासक ने नशा तस्करों पर कार्रवाई जारी रखने और नशे के आदी लोगों के पुनर्वास पर ध्यान देने के निर्देश दिए।
कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर
प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने नए बनाए गए कानूनों और उनके प्रवर्तन की समीक्षा की। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि
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कानूनी प्रावधानों के बारे में जनता में जागरूकता बढ़ाई जाए।
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अधिकारियों के लिए साइबर अपराध से निपटने हेतु विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएं।
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साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए आम जनता को अधिकतम जागरूक किया जाए।
सामुदायिक पुलिसिंग और उत्तरदायी शासन पर जोर
प्रशासक ने पुलिस के प्रयासों पर संतोष जताते हुए कानून और व्यवस्था को पूरी तत्परता से बनाए रखने और चंडीगढ़ को सुरक्षित शहर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग और नागरिकों की चिंताओं को प्राथमिकता देना पुलिस की जिम्मेदारी है।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव राजीव वर्मा (IAS), गृह सचिव मंदीप सिंह बराड़, डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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