हरियाणा में नए परिसीमन के तहत 13 लोकसभा सीटें बन सकती हैं!
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 08 मार्च। हरियाणा में संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों के नए परिसीमन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। नए परिसीमन के तहत प्रदेश में 13 लोकसभा और 117 विधानसभा सीटों का प्रारूप लगभग तय कर लिया गया है। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के तहत नौ विधानसभा क्षेत्र प्रस्तावित हैं। हालांकि, अगर विधानसभा सीटों की संख्या 126 तक बढ़ाई जाती है, तो एक अतिरिक्त लोकसभा सीट भी बनाई जा सकती है।
लोकसभा क्षेत्रों का नया प्रस्तावित नक्शा
1. अंबाला लोकसभा (आरक्षित)
अंबाला और पंचकूला जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: अंबाला कैंट, अंबाला सिटी, नारायणगढ़, मुलाना, शाहजादपुर, पंचकूला, कालका, सढौरा, बिलासपुर।
2. कुरुक्षेत्र लोकसभा
इसमें कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिले शामिल होंगे।
विधानसभा क्षेत्र: शाहबाद, पिहोवा, थानेसर, कुरुक्षेत्र, लाडवा, यमुनानगर, जगाधरी, रादौर, इंद्री।
3. करनाल लोकसभा
करनाल और पानीपत जिलों को शामिल किया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: नीलोखेड़ी, करनाल, घरौंडा, असंध, तरावड़ी, निसिंग, पानीपत ग्रामीण, पानीपत सिटी, समालखा।
4. कैथल लोकसभा
कैथल और आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: कैथल, गुहला, कलायत, पूंडरी, राजौंद, नरवाना, उकलाना, बरवाला, टोहाना।
5. सिरसा लोकसभा (आरक्षित)
सिरसा और फतेहाबाद जिलों को शामिल किया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: सिरसा, कालांवाली, डबवाली, गोरीवाला, रानियां, ऐलनाबाद, नाथूसरी चोपटा, फतेहाबाद, रतिया।
6. हिसार लोकसभा
हिसार और फतेहाबाद जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: भट्टू मंडी, आदमपुर, अग्रोहा, हिसार, हिसार ग्रामीण, नलवा, बालसमंद, हांसी, नारनौंद।
7. जींद लोकसभा
जींद और पानीपत जिले के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: ऊचाना कलां, सफीदों, जुलाना, जींद, जींद ग्रामीण, कंडेला, इसराना, मडलाडा मंडी, लाखनमाजरा।
8. सोनीपत लोकसभा
सोनीपत और रोहतक जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: सोनीपत, गन्नौर, राई, खरखौदा, गोहाना, बरौदा, मुरथल, बढ़खालसा, गढ़ी सांपला।
9. झज्जर लोकसभा (आरक्षित)
झज्जर और गुरुग्राम जिलों को मिलाकर नया क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: रोहतक, कलानौर, झज्जर, बेरी, बहादुरगढ़, बादली, मछरौली, गुरुग्राम, फरूखनगर।
10. भिवानी लोकसभा
भिवानी और चरखी दादरी जिलों को मिलाकर प्रस्तावित किया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: महम, भिवानी, बवानीखेड़ा, सिवानी मंडी, तोशाम, लोहारू, दादरी, बाढड़ा, कनीना।
11. महेंद्रगढ़ लोकसभा
महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जिले को मिलाकर नया क्षेत्र बनाया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: महेंद्रगढ़, नारनौल, नागल चौधरी, अटेली, कोसली, रेवाड़ी, बावल, धारूहेड़ा, पटौदी।
12. मेवात लोकसभा
मेवात और पलवल जिलों को मिलाकर नया क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: तावड़ू, नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, पलवल, होडल, हथीन, मंदकौड़ा, सोहना।
13. फरीदाबाद लोकसभा
फरीदाबाद और गुरुग्राम जिलों के हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है।
विधानसभा क्षेत्र: फरीदाबाद, फरीदाबाद NIT, बड़खल, बल्लभगढ़, पृथला, तिगांव, फरीदाबाद ग्रामीण, मोहणा, बादशाहपुर।
परिसीमन से क्या बदल सकता है?
- राजनीतिक समीकरण बदलेंगे: नए परिसीमन के बाद कुछ लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों की जातीय व सामाजिक संरचना बदल जाएगी, जिससे राजनीतिक दलों को नए सिरे से रणनीति बनानी होगी।
- भाजपा को फायदा? चूंकि हरियाणा में भाजपा मजबूत स्थिति में है, नए परिसीमन से उसका प्रभाव और बढ़ सकता है।
- क्षेत्रीय दलों के लिए चुनौती: इनेलो और जजपा जैसी पार्टियों को नए क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करनी होगी।
- विपक्षी दलों की रणनीति: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को नए समीकरण के हिसाब से उम्मीदवारों के चयन में सावधानी बरतनी होगी।
अगले कदम क्या होंगे?
नए परिसीमन पर अंतिम मुहर लगाने से पहले जनता और राजनीतिक दलों की आपत्तियां ली जाएंगी। परिसीमन आयोग जल्द ही अंतिम रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा। यदि केंद्र सरकार इसे मंजूरी देती है, तो 2029 के लोकसभा चुनाव नए परिसीमन के आधार पर होंगे।
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