हम किसी भी जत्थेदार की दस्तारबंदी नहीं होने देंगे: बाबा बलबीर सिंह और सभी निहंग सिंह संगठन (वीडियो भी देखें)
अमृतसर:- 09 मार्च 2025 - शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल के प्रमुख सिंह साहिब जत्थेदार बाबा बलबीर सिंह अकाली 96 करोड़ी, बाबा बिधि चंद साहिब तरना दल सुरसिंह के प्रमुख बाबा अवतार सिंह, मिस्ल शहीद तरना दल बाबा दीप सिंह बाबा बकाला के प्रमुख बाबा जोगा सिंह, तरना दल हरिया बेलन बाबा नागर सिंह, दशमेश तरना दल लुधियाना के प्रमुख बाबा मेजर सिंह सोढ़ी के नेतृत्व में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की इन-हाउस कमेटी ने श्री अकाल तख्त साहिब, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदारों को अपमानजनक तरीके से उनके पदों से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने इस निर्णय को अत्यंत खेदजनक एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह सिख समुदाय को कतई स्वीकार्य नहीं है।
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इस संबंध में बुड्ढा दल के सचिव श्री. दिलजीत सिंह बेदी ने कहा कि बुड्ढा दल प्रमुख बाबा बलबीर सिंह अकाली 96 करोड़ी द्वारा जारी वीडियो में उन्होंने कहा कि आज से पंद्रह से बीस साल पहले जत्थेदारों की नियुक्ति और सेवानिवृत्ति के संबंध में खालसा पंथ की सहमति से नियम निर्धारित करने की मांग की जा रही है। इस संबंध में नियम क्यों नहीं बनाए गए? जानबूझकर दरकिनार करना एक ऐसा मामला है जो देश को असमंजस में रखता है। जो तरीका अपनाया गया है, उसके बारे में सभी निहंग सिंह संगठनों ने मिलकर फैसला लिया है कि कोई भी नया जत्थेदार स्वीकार नहीं किया जाएगा और किसी को भी पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि गुरमीत सिंह राम रहीम को माफी देने का फैसला भी गलत था, फिर सामुदायिक विरोध के कारण इसे शिरोमणि कमेटी ने वापस ले लिया था। इसलिए हम सामूहिक रूप से मांग करते हैं कि इस निर्णय को तुरंत वापस लिया जाए। जत्थेदार जी. रघबीर सिंह और श्री. सुल्तान सिंह को पहले की तरह श्री अकाल तख्त साहिब, तख्त श्री केशगढ़ साहिब और श्री आनंदपुर साहिब में सेवा करने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे किसी भी नए जत्थेदार की ताजपोशी नहीं होने देंगे। उन्होंने मांग की कि एसजीपीसी की आंतरिक समिति इस फैसले को तुरंत वापस ले। अंतरिम समिति के इस निर्णय ने पूरे देश को शर्म, दुख और अपमान के माहौल में धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि हम शिरोमणि कमेटी और अकाली दल के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन गुरुओं के तख्त साहिबों की मर्यादा का मनमाने ढंग से उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
केके
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