हरियाणा में पहली बार महिलाओं के लिए विशेष रक्तदान शिविर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया सम्मानित
- 138 से अधिक महिलाओं ने किया रक्तदान, कहा- यह सेवा और सशक्तिकरण का प्रतीक
- ‘श्रेष्ठ ग्राम’ बरवाला की प्रतिभाशाली बेटियों को किया सम्मानित
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 8 मार्च। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष महिला रक्तदान शिविर में भाग लिया और इसे देशभर के लिए प्रेरणादायक पहल बताया। उन्होंने कहा, "मैंने कई रक्तदान शिविर देखे हैं, लेकिन ऐसा पहली बार देखा है, जहां केवल महिलाएं रक्तदान कर रही हैं। यह नारी शक्ति की अद्भुत मिसाल है।"
मुख्यमंत्री ने रक्तदान करने वाली महिलाओं को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया और उन्हें मानवता की सच्ची सेवा का उदाहरण बताया। इस शिविर में आईटीबीपी की महिला जवानों, डॉक्टरों, शिक्षकों, और अन्य क्षेत्रों की महिलाओं ने रक्तदान किया। कुल 138 महिलाओं ने रक्तदान कर इस ऐतिहासिक पहल का हिस्सा बना।
श्रेष्ठ ग्राम की श्रेष्ठ बेटियों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पंचकूला जिले के ‘श्रेष्ठ ग्राम’ बरवाला की तीन सर्वश्रेष्ठ बेटियों को भी सम्मानित किया।
- महक को ₹75,000
- आरजू को ₹45,000
- लतिका भट्टी को ₹30,000 का चेक प्रदान किया गया।
बरवाला को ‘श्रेष्ठ ग्राम’ का दर्जा इसलिए मिला, क्योंकि यहां लिंगानुपात 1059 बेटियां प्रति 1000 बेटों का है, जो हरियाणा में महिलाओं के प्रति सकारात्मक सोच को दर्शाता है।
रक्तदान: जीवनदान और समाज सेवा
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि रक्तदान केवल खून देना नहीं, बल्कि जरूरतमंदों को जीवन देने की सामाजिक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा कि विज्ञान ने आज तक रक्त का विकल्प नहीं खोजा है, इसलिए हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर सरकार गंभीर
सरकार महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम के लिए कई योजनाएं चला रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि—
- गर्भवती महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन निःशुल्क दिए जा रहे हैं।
- "मातृ वंदना योजना" के तहत 9 लाख 13 हजार महिलाओं को पोषण के लिए आर्थिक सहायता दी गई है।
- "मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना" के तहत 6 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को फोर्टिफाइड दूध दिया जा रहा है।
रक्तदान सिर्फ खून नहीं, जीवन की उम्मीद – स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव
हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि महिलाओं का यह रक्तदान शिविर केवल रक्तदान की पहल नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा का संदेश भी है। उन्होंने कहा कि सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत श्रेष्ठ ग्राम पुरस्कार प्रदान कर रही है ताकि समाज में बेटियों के जन्म को बढ़ावा मिले।
सम्मान समारोह में कई गणमान्य हुए शामिल
इस मौके पर पंचकूला की विधायक शक्ति रानी शर्मा, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव सुधीर राजपाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
महिला रक्तदान शिविर बना नारी शक्ति का प्रतीक
यह हरियाणा का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का पहला ऐसा रक्तदान शिविर था, जहां केवल महिलाओं ने रक्तदान किया। यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नई सोच को जन्म देती है और आने वाले समय में इसे और भी व्यापक रूप दिया जाएगा।
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