रूपा अरोड़ा ने ROTTO PGI ट्रांसप्लांट गेम्स 2025 में जीते दो पदक
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 23 मार्च: गवर्नमेंट हाई स्कूल, सेक्टर-38 बी, चंडीगढ़ में शिक्षिका के रूप में कार्यरत रूपा अरोड़ा, जो कि एक लिवर डोनर भी हैं, ने ROTTO PGI ट्रांसप्लांट गेम्स 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए शॉट पुट में कांस्य पदक और 100 मीटर दौड़ में रजत पदक जीतकर अपनी काबिलियत साबित की। यह प्रतिष्ठित आयोजन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सेक्टर-7, चंडीगढ़ में संपन्न हुआ, जिसमें देशभर से 15 राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता में प्रमुख हस्तियां हुईं शामिल
इस अवसर पर पूर्व भारतीय हॉकी टीम के कप्तान राजपाल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके साथ ही कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने इस आयोजन की गरिमा बढ़ाई, जिनमें शामिल हैं:
अनिल कुमार, निदेशक, NOTTO
प्रो. विवेक लाल, निदेशक, PGIMER
विवेक अत्रेय, पूर्व IAS अधिकारी
डॉ. मुकुल मिंज, पद्मश्री पुरस्कार विजेता
सौरभ अरोड़ा, निदेशक, खेल विभाग, चंडीगढ़
आयोजन समिति में प्रमुख नाम
प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक आयोजित करने में कई प्रमुख लोगों ने योगदान दिया, जिनमें शामिल हैं:
डॉ. आशीष शर्मा, अध्यक्ष, ऑर्गन ट्रांसप्लांट ट्रस्ट
डॉ. विपिन कौशल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, PGI और ROTTO इंचार्ज
डॉ. हर्षा जौहरी, अध्यक्ष, ISTS
अनिका पराशर, अध्यक्ष, ऑर्गन इंडिया
सुनैना सिंह, CEO, ऑर्गन इंडिया
डॉ. सौरभ शर्मा, आयोजन टीम के प्रमुख सदस्य
रूपा अरोड़ा और उनके पति ने टीम चंडीगढ़ का किया प्रतिनिधित्व
यह आयोजन ट्रांसप्लांट रिसिपिएंट्स (अंग प्राप्तकर्ताओं) और जीवित अंग दाताओं के लिए आयोजित किया गया था। इस प्रतियोगिता में रूपा अरोड़ा ने अपने पति प्रवीन कुमार रत्तन के साथ मिलकर भाग लिया। उल्लेखनीय है कि रूपा अरोड़ा ने अपने लिवर का 65% हिस्सा अपने पति को दान किया था, जिससे उनके पति को नया जीवन मिला। इस प्रतियोगिता में भाग लेकर दोनों ने टीम चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व किया और समाज में अंगदान की महत्ता को उजागर किया।
प्रतियोगिता में हुईं कई खेल स्पर्धाएं
इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में 15 राज्यों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें कई रोमांचक खेल स्पर्धाएं आयोजित की गईं, जिनमें शामिल थीं:
100 मीटर और 200 मीटर दौड़
महिलाओं के लिए 3000 मीटर वॉक-रन
पुरुषों के लिए 5000 मीटर वॉक-रन
बैडमिंटन, पेटांक, लंबी कूद, शॉट पुट और जैवलिन थ्रो
अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अंगदान और ट्रांसप्लांट के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। रूपा अरोड़ा और उनके जैसे अन्य अंगदाताओं ने यह संदेश दिया कि अंगदान सिर्फ एक जीवन नहीं, बल्कि कई लोगों के लिए एक नई आशा बन सकता है। इस आयोजन ने समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया कि जीवित डोनर भी स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं।
रूपा अरोड़ा की यह उपलब्धि न केवल चंडीगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। उनके इस साहस और संकल्प से न केवल अंगदान को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी आएगा।
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