Himachal News: सीवाई-टीबी टेस्ट से संक्रमण की जांच, प्रदेश के हर वेलनेस सेंटर में मरीजों को सुविधा देगा स्वास्थ्य विभाग
बाबूशाही ब्यूरो
धर्मशाला, 27 मार्च 2025 : हिमाचल प्रदेश में अब नई अत्याधुनिक तकनीक से टीबी के संभावित मरीजों की जांच की जा रही है। पहली बार 2025 के जनवरी के बाद से सीवाई-टीबी टेस्ट के माध्यम से टीबी के संभावित मरीजों की जांच की जा रही है।
प्रदेश के हर वेलनेस सेंटर में इसकी शुरुआत कर दी गई है। इसमें ट्यूबरक्लोसिस टीबी यानी क्षय रोग की व्यक्ति की त्वचा यानी चमड़ी से ही जांच की जा रही है। इससे पहले पुरानी पद्धति के तहत मांटक्स-टू प्रकार के टेस्ट किए जाते थे, जो कि अब पूरी तरह से बंद कर दिए हैं।
अब नई तकनीक के आधार पर टेस्ट किए जा रहे हैं, जो कि ज्यादा प्रभावी हैं और तुरंत संक्रमण का पता लगाने में सक्षम हैं। सीवाई टीबी का 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के जांच के लिए इस विधि का उपयोग किया जा रहा है।
जिला कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजेश सूद ने बताया कि टीबी मरीजों के परिवार के सभी सदस्यों की शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग की जाएगी, ताकि संक्रमण का समय रहते पता लगाया जा सके। उधर, स्वास्थ्य विभाग कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमओ डा. राजेश गुलेरी ने बताया कि सीवाई-टीबी नई तकनीक का प्रयोग अब टीबी टेस्ट के लिए किया जा रहा है। इसमें हाई रिस्क वाले लोगों में कोई टीबी संक्रमित तो नहीं, इसका पता अब सीवाई-टीबी टेस्ट से किया जाएगा। टीबी संक्रमण की आधुनिकतम जांच विधि सीवाई-टीबी को बाजू की त्वचा में 0.1 एमल इंट्राडर्मल लगाया जाएगा। संक्रमण पाए जाने पर संबंधित के अन्य टेस्ट करवाकर टीबी का नि:शुल्क इलाज कर मरीज को ठीक किया जाएगा। (SBP)
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →