*गांव प्योंदा में काफी संख्या में इनेलो समर्थकों ने पार्टी छोड़ आम आदमी पार्टी ज्वाइन की*
*कलायत के पिछड़ेपन के लिए कमलेश और जेपी जिम्मेदार: अनुराग ढांडा*
*तीन खानदानों की आपसी सेटिंग ने कलायत को बदहाल किया: अनुराग ढांडा*
*कलायत में विधायक चुनने का नहीं, बदलाव का होगा चुनाव: अनुराग ढांडा*
*कलायत में आम आदमी पार्टी को रोकने के लिए कांग्रेस, भाजपा और इनेलो नेताओं ने की आपस में सेटिंग- अनुराग ढांडा*
*कलायत/ कैथल, 22 सितंबर 2024।
आम आदमी पार्टी के कलायत से उम्मीदवार और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा की जनसभाएं और डोर टू डोर अभियान हलके में जबरदस्त चला हुआ है। गांव कसान में सैंकड़ों से अधिक युवा कांग्रेस पार्टी को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। वहीं गांव प्योंदा में पवन गिल, हरिराम गिल और कश्मीरी शर्मा ने अपनी पूरी टीम के साथ इनेलो छोड़कर आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। रविवार को हलके के गांव प्योंदा, सिसमौर, दुब्बल, ढुंडवा, बालू रापड़िया, बात्ता और सारन में जनसभाएं की और डोर टू डोर अभियान भी चलाया। जनसभाएं के दौरान प्रत्येक गांव से सैकड़ों से अधिक युवाओं ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। जिससे आम आदमी पार्टी का परिवार बढ़ा और हलके में आम आदमी पार्टी मजबूत हुई।
अनुराग ढांडा ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कलायत की राजनीति ने एक नए मोड पर पहुंच गई है। कलायत में तीन राजपरिवारों के सामने आम आदमी इनका मुकाबला कर रहा है। उन्होंने कहा है कि हम स्कूल, अस्पताल, पानी की राजनीति करेंगे, ये लोग जात-पात, धर्म व परिवारवाद की राजनीति करेंगे। इस बार कलायत से परिवारवाद हारेगा और आम आदमी जीतेगा।
उन्होंने कहा कि राजपरिवारों को दिखने लग गया है कि कलायत में आम आदमी खड़ा है। हर गांव में भारी संख्या में जनसमर्थन मिल रहा है। हर रोज भारी संख्या में युवा आम आदमी को ज्वाइन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा अब राजपरिवारों को डर सताने लगा है कि अगर कोई आम आदमी विधायक बना तो हमारी राजनीति खत्म हो जाएगी। इसलिए ये तीनों राजपरिवार इक्कठे हो सकते हैं। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि एकजुट होकर चुनाव लड़ना है। किसी अफवाह या बहकावे में नहीं आना है।
उन्होंने कहा कि हर गांव से आम आदमी पार्टी को युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों का भारी संख्या में समर्थन मिल रहा है। अब जनता को ये सोचना पड़ेगा कि ये पिछले 30 साल में इन राजपरिवारों ने कलायत की जनता को क्या दियाघ् अब इन राजपरिवारों में इतना अहंकार हो गया कि ये बुजुर्गों, बहन, बेटियों का भी अपमान करने लगे। बहन, बेटियों के लिए अभद्र भाषा को प्रयोग करने लगे और बुजुर्गों का अपमान करने लगे हैं ।
उन्होंने कहा कि ये लोग एक भी स्कूल अच्छा नहीं बनवा पाए? क्या एक अस्पताल अच्छा बनावा पाए, क्या आज तक कलायत में कोई कंपनी या कोई फैक्टरी यहां पर ला पाए, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके। हमारे युवाओं को नौकरी के लिए गुड़गांव, रोहतक, मौहाली या चंडीगढ़ में ही जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कलायत में सब कुछ हो सकता है, लेकिन इनकी नीयत खराब है। ये लोग आम परिवारों के बच्चों को नौकरी नहीं देना चाहते। बस उनके वोट लेना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल कमलेश ढांडा विधायक रहीं। एक बार भी विधानसभा में कलायत का नाम नहीं लिया। जनता ने विधानसभा में किस लिए भेजा था, जब विधानसभा में हलके की आवाज ही नहीं उठा सकते थे। इस बार कलायत की विधानसभा में बुलंद आवाज उठाने वाले को विधायक चुनके भेंजे। ताकि विधानसभा में खड़े होकर कलायत का नाम लें तो पूरे हरियाणा की राजनीति बदले।
उन्होंने कहा कि कलायत में इस बार विधायक का चुनाव नहीं हो रहा, यह बदलाव का चुनाव हो रहा। इस बार जनता को तय करना है कि हरियाणा में होने वाली राजनीति कलायत से चलेगी या नहीं। यह जनता को तय करना है। उन्होंने कहा कि अपने इलाके की पहचान बनाने के लिए, अपने इलाके की आवाज बुलंद करने के लिए, अपना नेतृत्व चुनो। आम परिवारों से निकले हुए बच्चों को विधानसभा भेजने का काम करो। यह बदलाव कलायत की जनता ही कर सकती है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →