झुरिवाला डंप खत्म कर पंचकूला के कचरे से होगी कमाई: प्रेम गर्ग
रोजाना निकलने वाले कचरे से बनेगी ऑर्गेनिक खाद, शहर बनेगा जीरो लैंडफिल
पंचकूला 28 सितम्बर 2024। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रेम गर्ग ने घोषणा की है कि पंचकूला में झुरिवाला डंपिंग साइट को समाप्त कर, शहर के कचरे को राजस्व का स्रोत बनाया जाएगा। गर्ग ने कहा कि रोजाना उत्पन्न होने वाले 100 से 200 टन कचरे का ऐसा प्रबंधन किया जाएगा कि पंचकूला जल्द ही जीरो लैंडफिल शहर के रूप में उभरेगा। यहां कचरे के ढेर की जगह सफाई और समृद्धि दिखाई देगी।
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ऑर्गेनिक खाद और सूखे कचरे से कमाई:
प्रेम गर्ग ने बताया कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कचरे के निष्पादन के लिए एक आधुनिक प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस प्लांट में गीले कचरे से ऑर्गेनिक खाद बनाई जाएगी, जिसे ट्राइसिटी और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई किया जाएगा। साथ ही, सूखे कचरे को रिसाइकिल कर उससे अतिरिक्त मुनाफा कमाया जाएगा। इससे न केवल कचरे का इको-फ्रेंडली निष्पादन होगा, बल्कि नगर निगम के लिए आय का नया स्रोत भी खुलेगा।
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पुराने डंपिंग ग्राउंड का खात्मा:
गर्ग ने कहा कि इस प्रक्रिया के माध्यम से पंचकूला में 10 एकड़ में फैले पुराने कचरे के पहाड़ को भी धीरे-धीरे खत्म किया जाएगा। नगर निगम द्वारा लगाए जाने वाले कचरा निष्पादन प्लांट की क्षमता ऐसी होगी कि हर दिन पैदा होने वाले कचरे के साथ-साथ पुराने कचरे को भी पूरी तरह समाप्त किया जा सकेगा।
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पीपीपी मॉडल के तहत सफाई का नया मॉडल
गर्ग ने कहा कि पीपीपी मॉडल के तहत एक निजी फर्म के सहयोग से इस परियोजना को सफल बनाया जाएगा। भारत सरकार के स्वच्छता मिशन के तहत बनाए गए प्रतिनिधि मंडल को इस मॉडल प्रोजेक्ट को देखने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
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कचरे का घर-घर से सेग्रेगेशन:
प्रेम गर्ग ने कहा कि हमारी कोशिश यही रहेगी कि कचरे का सेग्रेगेशन यानी गीला और सूखा कचरा घर के स्तर पर ही अलग किया जाए। इसके लिए शहर के हर घर में नीले और हरे रंग के बड़े डस्टबिन दिए जाएंगे, ताकि गीला और सूखा कचरा मिलने न पाए। साथ ही, कचरा एकत्र करने के लिए अलग-अलग गाड़ियां चलेंगी।
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एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्लांट स्थापित होगा
प्रोसेसिंग प्लांट नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशानिर्देशों के अनुसार जल्द से जल्द स्थापित किया जाएगा, जिससे पंचकूला पूरी तरह स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनेगा।
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