नेताओ ने बागियों को मनाने के लिए झोंकी पूरी ताकत
कांग्रेस के 36 और भाजपा के 33 बागी नेताओं ने भरा था नामांकन
मुख्यमंत्री ने सोनीपत में पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके पति राजीव जैन को मनाया
चंडीगढ़, 16 सितम्बर 2024--हरियाणा विधानसभा चुनाव में नामांकन वापसी का आखिरी दिन बेहद अहम रहा, क्योंकि कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियां अपने बागी नेताओं को मनाने में जुटी हुई थीं। कई बागी नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया था, और दोनों पार्टियां उन्हें समझाने के लिए अंतिम प्रयास कर रही थीं।
भाजपा और कांग्रेस के बागी:
कांग्रेस के 36 और भाजपा के 33 बागी नेताओं ने नामांकन भरा था, जिनमें से कई ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सोनीपत में पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके पति राजीव जैन को मना लिया। इसके बाद राजीव जैन ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
पानीपत में कांग्रेस की बागी रोहिता रेवड़ी को मनाने के लिए भाजपा उम्मीदवार महिपाल ढांडा पहुंचे, लेकिन रोहिता ने नामांकन वापस लेने से मना कर दिया।
करनाल जिले की इंद्री सीट से राजकुमार सैनी (रुस्क्क) ने समाज के कहने पर नामांकन वापस ले लिया।
प्रमुख नामांकन वापसी:
भिवानी के बवानी खेड़ा से कांग्रेस के बागी रामकिशन फौजी ने नामांकन वापस लेकर कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप नरवाल को समर्थन दिया।
महेंद्रगढ़ की नांगल चौधरी सीट से निर्दलीय सतीश सैनी ने नामांकन वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार अभय सिंह यादव को समर्थन दिया।
अटेली सीट से कांग्रेस के बागी हेमंत शर्मा ने नाम वापस लेकर भाजपा उम्मीदवार आरती राव को समर्थन दिया।
नारनौल से भाजपा की बागी भारती सैनी ने भी नामांकन वापस ले लिया।
हिसार में भाजपा की महिला मोर्चा की पूर्व प्रधान गायत्री देवी ने इस्तीफा देकर कांग्रेस जॉइन की।
पंचकूला में गुरजंत सिंह पोला ने नामांकन वापस लेकर कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन बिश्नोई का समर्थन किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संपत सिंह और उनके बेटे गौरव संपत ने नामांकन वापस ले लिया।
अंबाला सिटी से पूर्व मंत्री निर्मल सिंह को समर्थन देने के लिए हिम्मत सिंह ने नामांकन वापस लिया।
सोहना से कांग्रेस के बागी सुधीर चौधरी ने नामांकन वापस लेकर पार्टी उम्मीदवार रोहतास खटाना का समर्थन किया।
अंबाला में सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बागी जसबीर मलौर को मना लिया, जिन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह के पक्ष में नामांकन वापस ले लिया।
सोनीपत से राजीव जैन ने अपना नामांकन वापस ले लिया। उनकी पत्नी कविता जैन ने निर्दलीय नामांकन भरा था।
दीपेंद्र हुड्डा ने अंबाला में कांग्रेस के बागी नेताओं से मुलाकात की और ’यादातर को मनाने में सफल रहे।
चित्रा सरवारा के नाम पर कोई खास निर्णय नहीं लिया गया और दीपेंद्र हुड्डा इस पर चुप्पी साधे रहे।
इस प्रकार, नामांकन वापसी के दिन दोनों पार्टियों ने अपने-अपने बागियों को मनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी, जिससे कई निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान से हटने का फैसला किया।
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